गोरखपुर सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इण्टर कालेज के सभागार में विज्ञान प्रदर्शनी का अयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के नवम से द्वादश तक की छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रदर्शनी में छात्राओं ने 30 मॉडल प्रस्तुत कर अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का परिचय दिया। इन 30 मॉडलों को वो (जूनियर तथा सीनियर) वर्गों में बांटा गया, जिसमें जूनियर वर्ग में प्लास्टिक सोलर सिस्टम होलोग्राफ, फ्री एनर्जी यूजिंग वाटर बिल, रोबोट बायो डिग्री डेवल इत्यादि को रखा गया। जबकि सीनियर वर्ग में फियुल सेल कार, थर्मल पावर प्लांट, स्र्नाट इको मैथमेटिकल सिटी ऑटोमैटिक फायर एक्सर्टिंग विशार इत्यादि को रखा गया।
प्रदर्शनी के दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये बतौर मुख्य अतिथि डा० अरमकान्त सिंह (जिला विद्यालय निरीक्षक, गोरखपुर) ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि छात्राओं का अनुशासन प्रशंसनीय है और उन्हें बताया कि किस प्रकार विज्ञान की सहायता से हमारे सैनिको ने देश में रहते हुये ऑपरेशन सेंदूर में वैज्ञानिक मिशाइलों द्वारा दुशमनों किस प्रकार से हराया है। उन्होनें छात्राओं को परामर्श दिया कि शरीर आत्मा और मन को मजबूत बनाकर हम भविष्य में सफल हो सकते हैं।
इस दौरान हमारे विशिष्ट अतिथि योगेन्द्र पाल कोहली (विज्ञान भारती के प्रांतीय अध्यक्ष, एवं महिला महाविद्यालय के उपाध्यक्ष) ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में प्रदशर्न करने वाली महिलाओं के बारे में बताकर छात्राओं को उत्साहित किया तथा ज्ञान के साथ कौशल के दिशा में ले जाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्रधानाचार्या एवं संस्थान प्रमुख को धन्यवाद दिया। उन्होनें छात्राओं के मॉडलों कि प्रशंसा करते हुये कहा कि छात्राओं ने अपने प्रगतिशील मॉडल के द्वारा ज्ञान के प्रकाश को फैलाया है।
हमारे विद्यालय के कार्यक्रम अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल (मंत्री सरस्वती विद्या मंदिर आर्यनगर गोरखपुर) ने कहा कि यह विज्ञान प्रदर्शनी का दूसरा वर्ष है छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुये उन्होनें बताया कि हमें 2047 के लिये अभी और कार्य करना है ताकि हम विश्व में प्रथम स्थान प्राप्त कर सकें। उन्होनें छात्रओं की प्रतिभा को उजागर किया कि छात्राऐं बहुत मेधावी हैं और इन्हें उचित अवसर प्रदान किया जाए ताकि वह भविष्य में सफल वैज्ञानिक बन सकें। उन्होनें भास्तीय प्रणाली रमानुजन एवं आर्यभट्ट की भी चर्चा कि और छात्राओं का मनोबल बढ़ाया।
विद्यालय कि प्रधानाचार्या रजनी मिश्रा ने मीडिया को बताते हुये कहा कि किसी अच्छे कार्य को करने में सघर्ष होती ही है परन्तु सभी कार्य सही प्रकार हो, यही पूर्ण संतुष्टि है। उन्होनें कहा कि हमारी छात्राओं ने विज्ञान, गणित, कामर्स तथा समाजिक विज्ञान पर भी मॉडल बनाये हैं। इसमें छात्राओं ने बहुत कम लागत में इन मॉडलों को प्रस्तुत किया। इन्होनें छात्राओं के मनोबल को भी बढ़ाया और उनके उज्जवल भाविष्य कि भी कामना की।विद्यालय के संस्थान प्रमुख शिवजी सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यका करते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। तथा सभी आचार्य-आचार्या को धन्यवाद दिया और उनका मार्गदर्शन करते हुऐ बताया कि विज्ञान के बिना प्रगति असम्भव है।
निर्णायक मंडल में योगेन्द्र पाल कोहली आदित्य कुमार पाण्डेय (प्रवक्ता भौतिक विज्ञान बालक इण्टर कालेज) द्वारा निर्णय घोषित किये गये। जूनियर वर्ग प्रथम स्थान रोबोट माडल, (नवम अ), द्वितीय स्थान हार्ट पम्पिंग एण्ड बिटिंग (दशम
4). तृतीय स्थान रिसाइकल फाम वेस्ट (नवम ब) तथा बायो डिग्रेडेबल प्लास्टिक (नवम स). सांत्वना पुरस्कार में प्रथम स्थान फी एनर्जी यूजिंग वाटर व्हील (दशम द), द्वितीय स्थान नेचुरल डिजास्टर मैनेजमेंट (नवमद), तृतीय स्थान- डाइजेस्टिंग सिस्टम (नवम अ) सिनियर वर्ग-प्रथम स्थान मैग्लेव ट्रेन (द्वादश द), द्वितीय स्थान स्र्नाट इको मैथमेटिकल सिटी (एकादश द’), तृतीय स्थान कन्जरवेशन आफ रिसोसेस एण्ड सप्सटेनवल इलेक्ट्रिक सिटी प्रोडक्शन (द्वादश ब)
सांत्वना पुरस्कार टाइप्स आफ बैंक (द्वादश स+ब), द्वितीय स्थान इम्पाटेंस आफ सोलर पैनल (द्वादश अ), तृतीय स्थान चन्द्रयान-3 (एकादश द) साथ ही प्रधानाचार्या रजनी मिश्रा ने सभी छात्राओं का उत्साहवर्धन किया उनका मनोबल बढ़ाते हुये उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर बालक इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य विष्णु प्रताप सिंह एवं आचार्य प्रदीप श्रीवास्तव, अरविन्द त्रिपाठी, ज्ञानेन्द्र राय, एवं आचार्या बबिता सिंह, प्रियंका राय, निधि पाण्डेय, पूजा पाठक, संध्यालता, अनामिका राय, कंचन, संगीता श्रीवास्तव, जूही तिवारी, श्वेता मिश्रा, शुभा टिबड़ेवाल, आदि उपस्थित रहे।

