गोरखपुर 14 अक्टूबर। बंगाल से गोरखपुर परिदर्शन को आए पन्द्रह लोगों के दल ने गोरखपुर, कुशीनगर, श्री राम जन्मभूमि अयोध्या और नवाबी शहर लखनऊ का परिभ्रमण किया और वापस लौटने के अंतिम दिन उस दल ने गोरखपुर में चिकित्सा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ठ पहचान बनाने वाले वरिष्ठ होमियोपैथ चिकित्सक डा रुप कुमार बनर्जी को उनके पिछले 35 वर्षों से भी अधिक सामाजिक कार्यों को सफलता से प्रतिपादित करने हेतु दुर्गाबाड़ी में माता दुर्गा के विशाल चित्र के सामने सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप उनको अंगवस्त्र ओढाकर एक स्मृति चिन्ह तथा एक मानपत्र प्रदान किया गया।
इस सम्मान कार्यक्रम के पहले सभी आगंतुक अतिथियों को अंगवस्त्र ओढाकर, प्रत्येक को एक एक स्टील का प्लेट तथा एक एक डिब्बा मिष्ठान्न प्रदान किया गया।
बंगाल के एक स्वयंसेवी संस्था *स्वप्नसाजि* की ओर से यह सम्मान उत्तरपाड़ा,श्रीरामपुर, सोदपुर आदि जगहों से आए लोगों ने प्रदान किया।प्रतिनिधि मंडल के आशीष कुमार पात्रा, श्रीमती नूपुर राय एवं करोबी कुण्डू ने कहा कि डा रुप जी कुशल चिकित्सक के साथ समाजसेवी एवं एक सरल सहृदय व्यक्तित्व है। हम सभी के गोरखपुर आगमन का मुख्य उद्देश्य बाबा श्री गोरखनाथ जी का दर्शन पूजन एवं डा• साहब से मिलना रहा जो एक सौभाग्य की बात है।
. इस सम्बन्ध मे डा रुप कुमार बनर्जी ने कहा चिकित्कीय पेशा के साथ सामाजिक कार्यैं में रुचि शुरू से ही मेरे दैनिक क्रियाकलापों में शामिल है।जरुरतमंदो का सहयोग ईश्वरीय सेवा है। पश्चिम बंगाल से प्रतिनिधि मंडल का गोरखपुर आकर यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान करना निश्चित रूप से हमारे लिए तथा पूरे गोरखपुर के लिए एक सौभाग्य की बात है।
कार्यक्रम में आधारशिला के सचिव दीपक चक्रवर्ती निशांत, रंगकर्मी तमाल आचार्य, श्रीमती सारिका राय, बंगाल से आए ईला मुखर्जी,अमृता धर,सौरेन मुखर्जी,सविता डे, शर्मिंला डे,निर्मल दत्ता,विभा दत्ता, दीप्ती सरकार सेन, तपन कुमार सरकार, आशीष कुमार पात्र, नुपुर राय, करवी कुण्डु, प्रतिमा चक्रवर्ती सहित कई लोग उपस्थित रहे।

