*******रेल यात्रा में पत्रकारों को रियायत की बहाली पर केंद्र सरकार गंभीर, सांसद साधना सिंह के पत्र के जवाब में आया सकारात्मक संकेत
*******टिकट में कंसेशन देने की मांग पर अधिकारी कर रहे जांच
चंदौली। पत्रकारों को रेलवे टिकटों पर मिलने वाली 50 प्रतिशत रियायत को बहाल करने की मांग पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। हाल ही में रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मुद्दे पर विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। यह जानकारी माननीय राज्यसभा सांसद साधना सिंह के 22 जुलाई 2025 को लिखे गए पत्र के जवाब में सामने आई है, जिसमें उन्होंने पत्रकारों के लिए रियायत बहाल करने की मांग की थी।
सांसद साधना सिंह ने संसद के सत्र के दौरान रेल बजट पर हुई बहस में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने राज्यसभा में रेल मंत्री से सवाल किया था कि कोरोना काल से पहले पत्रकारों को रेलवे टिकट पर 50 प्रतिशत की जो छूट मिलती थी, उसे अब तक क्यों बहाल नहीं किया गया, जबकि स्थिति सामान्य हो चुकी है। सांसद ने इस रियायत को दोबारा शुरू करने की जोरदार वकालत की थी। साथ ही मंत्री को एक पत्र सौंपकर मांग की थी।
पत्रकारों को यात्रा संबंधी यह रियायत कुछ समय पहले बंद कर दी गई थी, जिसके बाद से ही विभिन्न पत्रकार संगठन लगातार इसकी बहाली की मांग कर रहे थे। अब जब मंत्रालय ने इस विषय पर गंभीरता दिखाते हुए जांच प्रक्रिया शुरू की है, तो पत्रकारों में उम्मीद की किरण जगी है। उन्हें लगता है कि जल्द ही उन्हें पूर्व की तरह यात्रा में राहत मिल पाएगी।
मंत्रालय की ओर से जारी किए गए पत्र में अश्विनी वैष्णव ने सांसद साधना सिंह को संबोधित करते हुए कहा है कि उनके पत्र में उठाए गए मुद्दे की विस्तृत जांच की जा रही है। यह कदम दर्शाता है कि सरकार पत्रकारों की मांग पर ध्यान दे रही है और इस पर जल्द ही कोई सकारात्मक निर्णय लिया जा सकता है।
यह निर्णय अगर लागू होता है तो देश भर के मीडिया कर्मियों को उनके काम से जुड़ी यात्राओं में बड़ी आर्थिक मदद मिलेगी। यह पत्रकारों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम होगा और उनकी लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा। इस विषय पर आगे की जांच और निर्णय का इंतजार रहेगा, लेकिन फिलहाल यह खबर पत्रकारों के लिए एक बड़ी राहत और सकारात्मक संकेत लेकर आई है। राजनैतिक साधना के बल पर साधना सिंह ने पत्रकारों के लिए बड़ा काम किया।

