गोरखपुर। थाना रामगढ़ताल पुलिस ने हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने अस्पताल संचालक और उसके भागीदार को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और षड्यंत्र रचने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान शमशुल कमर उर्फ सोनू खां (अस्पताल संचालक, निवासी गोरखपुर) और प्रवीन त्रिपाठी उर्फ विकास मणि त्रिपाठी (अस्पताल का भागीदार, निवासी गोरखपुर) के रूप में हुई है।
रामगढ़ताल पुलिस ने 9 सितंबर को थाने पर प्राप्त तहरीर के आधार पर इस मामले में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जांच में खुलासा हुआ कि अस्पताल संचालक और भागीदार ने बीमा कंपनी के एजेंटों व डॉक्टरों की मिलीभगत से फर्जी मेडिकल प्रपत्र तैयार किए। इन्हीं दस्तावेज़ों के आधार पर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों से लाखों रुपये का क्लेम पास कराया गया।
जांच के दौरान यह सामने आया कि एक ही मरीज को कई बार अलग-अलग बीमा क्लेम में दाखिल दिखाकर रकम वसूली गई। हकीकत में मरीज अस्पताल में भर्ती ही नहीं होते थे। डॉक्टरों की मदद से फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कराई जाती थी। इस तरीके से लगभग 1,80,672 रुपये का बीमा क्लेम हड़पा गया।
आरोपियों के अपराध करने का तरीका बिल्कुल ही अलग था। फर्जी मरीज तैयार कर दिखाया जाता था कि उनका इलाज हुआ है।डॉक्टरों की मदद से मेडिकल रिपोर्ट बनाई जाती थी। बीमा कंपनियों से मोटी रकम का क्लेम पास कराया जाता था।
गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी काफी लंबा चौड़ा बताया जाता है। शमशुल कमर उर्फ सीनू खां – पूर्व में कई आपराधिक मुकदमों में नामजद रहा है। दूसरा आरोपी प्रवीन त्रिपाठी उर्फ विकास मणि त्रिपाठी – इनके खिलाफ भी कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें गैंगस्टर एक्ट का मामला भी शामिल है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी बीमा क्लेम से जुड़े दस्तावेज़, अस्पताल संचालित कंप्यूटर और बीमा रिपोर्ट बरामद की है।

